नई दिल्ली – पिछले हफ्ते 344 फिक्स्ड-डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) पर प्रतिबंध के बाद 500 दवाइयों पर बैन की तलवार लटक रही है। इनमें ऐंटीबायॉटिक और ऐंटी-डायबिटिक ड्रग्स हैं, जिन्हें अप्रासंगिक, असुरक्षित और अप्रभावी होने के कारण गैरकानूनी घोषित किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के इस कदम के बाद विक्स ऐक्शन 500 ऐक्स्ट्रा के अलावा कफ सिरप कॉरेक्स, बेनाड्रिल और फेंसेडेल भी इनमें शामिल हो गई हैं।
भारत में अमेरिकी फार्मासूटिकल की बड़ी कंपनी अबॉट लैबरेटरीज की एक शक्तिशाली ऐंटीबायॉटिक कॉम्बिनेशन भी उन 344 ड्रग्स कॉम्बिनेशन में शामिल है, जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय ने बैन किया है। अबॉट की यूनिट इंडिया में ऐंटीबायॉटिक कॉम्बिनेशन cefixime और azithromycin की बिक्री बिना केंद्र सरकार की मंजूरी की कर रही थी। इन कॉम्बिनेशन्स की बड़े फार्मासूटिकल मार्केट अमेरिका, यूके, जर्मनी, फ्रांस और जापान में भी बिक्री की अनुमति नहीं है।
सीनियर अधिकारियों का कहना है कि मंत्रालय कम-से-कम 6000 से ज्यादा ऐसी दवाइयों का मूल्यांकन कर रहा है। इनमें कम से कम 1,000 से ज्यादा एफडीसी हैं। अगले 6 महीनों में कम-से-कम ऐसी 500 दवाइयों को बैन कर दिया जाएगा। एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ‘1000 से अधिक मामलों में शुरुआती सबूत मिले हैं कि पूरी तरह से ये दवाइयां अप्रासंगिक हैं। हालांकि, कुछ मामलों में स्टडी पूरी नहीं हुई है। 500 मामलों में कुछ और दस्तावेजों का इंतजार किया जा रहा है।’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अप्रासंगिक फिक्स्ड-डोज कॉम्बिनेशन के कारण रोगाणुरोधी प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हो रही है और इसके साथ ही कुछ मामलों में टॉक्सिसिटी ज्यादा होने के कारण अंगों के नाकाम होने की भी आशंका रहती है। फिक्स्ड-डोज कॉम्बिनेशन गली-मोहल्लों तक में आसानी से मिल जाती हैं और लोग बिना अच्छे डॉक्टरों की सलाह के इसे ले लेते हैं। मंत्रालय का कहना है, ‘हमारा उद्देश्य मार्केट में सुरक्षित दवाइयों को रखना है और असुरक्षित को बाहर करना है। हमलोग इन दवाइयों की समीक्षा कर रहे थे और अब हमारे समाने इसके रिसर्च सबूत हैं।’
एफएमसीजी कंपनी प्रॉक्टर ऐंड गैंबल (पीएंडजी) ने सरकार द्वारा निश्चित खुराक के मिश्रण वाली दवाओं पर प्रतिबंध लगाने के बाद अपने लोकप्रिय ब्रैंड ‘विक्स ऐक्शन 500 एक्स्ट्रा’ का मैन्युफैक्चर तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया है। कंपनी ने बॉम्बे शेयर बाजार को बताया, ‘भारत सरकार ने पैरासिटामोल, फेनिलेफ्राइन और कैफीन की निश्चित खुराक के मिश्रण वाली दवाओं पर तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।’
कंपनी ने कहा, ‘हमारा उत्पाद ‘विक्स ऐक्शन 500 एक्स्ट्रा’ अधिसूचना के दायरे में आता है। हमने विक्स ऐक्शन 500 एक्स्ट्रा का मैन्युफैक्चर और इसकी बिक्री तुरंत प्रभाव से बंद कर दी है।’ सोमवार को प्रमुख दवा कंपनियों- फाइजर और अबॉट ने अपनी खांसी की लोकप्रिय दवा, क्रमश: कोरेक्स और फेंसेडिल की बिक्री बंद कर दी है। दोनों कंपनियों ने हालांकि कहा कि वे प्रतिबंध के असर से निपटने के लिए हर तरह के विकल्प की तलाश कर रही हैं।
दिल्ली हाई कोर्ट ने दिग्गज फार्मा कंपनी फाइजर के कफ सिरप कॉरेक्स की बिक्री पर लगी पाबंदी पर अंतरिम रोक लगा दी है। कोर्ट ने साथ ही सरकार को यह निर्देश भी दिए हैं कि वह कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई ना करे। जस्टिस राजीव सहाय ने कंपनी को अंतरिम राहत देते हुए कहा कि फाइजर पिछले 25 साल से कफ सिरप बेच रही है। कोर्ट ने मामले में हेल्थ मिनिस्ट्री को नोटिस जारी करते हुए एक्सपर्ट कमिटी की उस रिपोर्ट पर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है जिसके आधार पर 344 दवाओं के ड्रग कॉम्बिनेशन की बिक्री 10 मार्च से इंडिया में बंद की गई है।
(एजेंसियों से इनपुट शामिल)
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