जैसे-जैसे उम्र बढ़ती हैं गठिया की बीमारी लगभग सभी को अपने चपेट में ले लेती हैं . पहले तो ये बीमारी केवल ज़्यादा उम्र के लोगो को होती थी लेकिन आजकल ये बीमारी 30 साल के उम्र वालो को भी अपना शिकार बना रही हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण हैं हमारा आजकल का लाइफस्टाइल.
गठिया का दर्द बड़ा ही जानलेवा होता है और सबसे बुरी बात तो यह है कि इसके दर्द का कोई परमानेन्ट इलाज नहीं है. गठिया रोग को आमवात, संधिवात आदि नामों से भी जाना जाता है. इस रोग में सबसे पहले शरीर में निर्बलता और भारीपन के लक्षण दिखाई देते हैं.
गठिया के कारण :
उम्र बढ़ने पर अक्सर लोगों को गठिया की शिकायत होने लगती है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण बॉडी में यूरिक एसिड की अधिकता होना होता है. जब बॉडी में यूरिक एसिड ज्यादा हो जाता है तो वह शरीर के जोड़ों में छोटे- छोटे क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है इसी कारण जोड़ों में दर्द और ऐंठन होती है. गठिया को कई स्थानों पर आमवत भी कहा जाता है.
गठिया के लिए बेहतरीन हैं पत्तागोभी:
पोषक तत्व:
त्तागोभी एक पोषक पत्तेदार सब्ज़ी है. इसमें फाइबर, फोलेट, तांबा, विटामिन बी1, पोटैशियम, मैंगनीज़, विटामिन बी, सी और के भी पाया जाता है इसमें बहुत सारे फायदे होते हाँ यह आपके स्वस्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं
इन बीमारियों में फायदेमंद है:
इसमें कैल्शियम, आयरन, क्लोरीन, मैग्नीशियम, पैंटोथेनिक एसिड, नियासिन और फॉस्फोरस भी पाया जाता है. पत्तागोभी का उपयोग खिंचाव, मोच, सूजन, अल्सर, चोट, आर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द के उपचार में किया जाता है इससे बहुत सारे लाभ होंगे.
एंटी-इन्फ्लेमेटरी से भरपूर:
इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी कारक होते हैं. यह उपचार कई लोगों पर असर कर चुका है. कुछ लोगों का कहना है कि पत्तागोभी की पत्तियां गठिया के दर्द को कम करती हैं. कुछ लोग कहते हैं कि ये गठिया के दर्द को पूरी तरह ठीक कर देती है लेकिन इसका सेवन आपको किस प्रकार से करना इस बात का आपको ध्यान रहना ज़रूरी है.
यह कितना राभावी हैं या नहीं यह नहीं पता लेकिन एक बार इसका उपयोग करने में कोई बुराई नहीं है विशेष रूप से तब जब आप गठिया के दर्द से पीड़ित हों. परन्तु सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसका उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह ले लें.
किस तरह करे उपयोग:
स्टेप 1:
सबसे पहले बाज़ार से गोभी की ताज़ा पत्तियाँ लायें और उन्हें प्लास्टिक बैग में रख दें इन्हें फ्रीज़र में रख दें जब गठिया का दर्द शुरू हो तो गोभी के पत्तों को फ्रीज़र से निकालें और उन्हें प्रभावित जगह पर लपेट लें. एक टॉवल लें और उसे गोभी के पत्ते के ऊपर लपेट दें.
स्टेप 2:
आपके शरीर की गर्मी से गोभी के ठंडे पत्ते गर्म हो जायेंगे और इस प्रक्रिया के दौरान पत्तागोभी में उपस्थित कुछ यौगिक आपकी त्वचा में प्रवेश कर जाते हैं. इस उपचार से यूरिक एसिड के कण घुल जाते हैं जो गठिया दर्द का मुख्य कारण है कम से कम उस भाग की सूजन कम हो जाती है प्रभावित स्थान पर यह काफी फायदेमंद है.
स्टेप 3:
यदि आपके तलुओं में सूजन है तो गोभी की पत्तियों को उस स्थान पर लपेट कर रखें और 30 मिनिट तक पैरों को ऊपर की ओर उठाकर रखें इससे काफी आराम मिलता है इससे सूजन कम हो जायेगी और आपको आराम मिलेगा.
दूसरी विधि:
पत्तागोभी की पत्तियों को फ्रीज़र में रखने के बजाय केवल उन्हें अच्छे से बेलन से दबाएँ. ऐसा करने से पत्तियों की साथ पर दरारें बन जाती हैं और उसमें से रस निकलता रहता है और आपको काफी आराम मिलता है.
क्या करे :
एक फ्राइंग पैन पर पत्तियों को गर्म करें. इसे बहुत अधिक गर्म न करें. कपड़े की सहायता से पत्तियों को जोड़ों पर बांधें इसे लगभग 45 मिनिट बाद पत्तियों को निकाल दें. आपको जोड़ों के दर्द से आराम मिलेगा और आपको बहुत ज्यादा आराम मिलेगा.
सावधानी:
यदि आपके पैरों को पत्तागोभी से एलर्जी होती है या आपको खुजली होती है तो पत्तियों को तुरंत निकाल दें हो सकता हैं आपको इससे एलर्जी हो इसे इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.
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