डाईबिटिज का होना आजकल एक आम बात है. भारत में बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी से पीड़ित है. डाईबिटिज होने का मुख्य कारण पेनक्रियाज का सही से नही काम करना है. डाईबिटिज एक जीवन भर चलने वाली बीमारी है यानी डाईबिटिज के मरीज को जिन्दगी भर दवाई खानी पड़ती है.
डाईबिटिज दो तरह की होती है, टाइप 1 एवं टाइप 2 . टाइप 1 डाईबिटिज की स्थिति में पेनक्रियाज इन्सुलिन बनाना बंद कर देता है. इन्सुलिन ब्लड में ग्लूकोज को प्रोसेस करने के लिए जरुरी है. टाइप 2 डाईबिटिज की स्थिति में पेनक्रियाज इन्सुलिन तो बनता है लेकिन हमारे बॉडी के सेल उसको अच्छी तरह ग्रहण नही कर पाते. इस स्थिति को इन्सुलिन रेजिस्टेंस भी कहा जाता है.
यदि शरीर में गुल्कोज का स्तर बढ़ जाता है तो पेनक्रियाज ज्यादा इन्सुलिन बनाना शुरू कर देता है तथा यदि शरीर में गुल्कोज का स्तर कम है तो पेनक्रियाज कम इन्सुलिन बनता है. शरीर में गुल्कोज का स्तर नियन्त्र में रखना अति आवश्यक है. अनियंत्रित गुल्कोज शरीर के कई अंगो को प्रभावित कर सकती है. मुख्यतः अनियंत्रित गुल्कोज किडनी , दिल और आँखों को प्रभावित करता है.
कॉरपोरेट कर्मचारियों को होता हैं ज़्यादा ख़तरा मधुमेह होने का:
बेवक्त और लंबे समय तक काम करने से कारपोरेट की दुनिया में प्रत्येक पांच कर्मचारियों में से एक को मधुमेह या उच्च रक्तचाप होने का खतरा होता हैं क्योंकि कारपोरेट में काम करने बवाल अधिक से अधिक लोग इस बिमारी से पीड़ित पाए गए हैं इसमें सबसे मुख्या वजह उनकी लाइफ स्टाइल और खान पान हैं. जिसके कारण वो डायबिटीज का शिकार हुए हैं.
यह अध्ययन अपोलो म्यूनिख द्वारा किया गया सर्वे हैं जो नील्सन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर किया गया जिसके जरिये स्वास्थ्य बीमा कवर खरीदने की योजना बना रहे लोगों के बीच मधुमेह को लेकर जागरूकता के स्तर को समझने का प्रयास किया गया और उन्हें मधुमेह को लेकर जागरूकय्त फैलाने का प्रयास किया गया हैं
हालांकि इसमें कहा गया है कि कॉरपोरेट क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों की तुलना में अपेक्षाकृत कम प्रभावित हैं क्योंकि पुरुषों द्वारा मधुमेह से संबद्ध बीमारियों के लिए किए गए औसत स्वास्थ्य बीमा दावे, महिलाओं के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक हैं, जिसके कारण पुरुष इस समस्या से ज़्यादा पीड़ित होते हैं. जिसके बारे में उन्हें जानना बेहद ज़रूरी हैं.
लक्षण:
वजन कम होना
प्यास ज्यादा लगना
बार बार पेशाब जाना
थकावट होना
आँखों की रोशनी कम होना
मधुमेह को नियंत्रण में कैसे रख सकते है:
संतुलित आहार खाये.
ओज सुबह टहलने अवश्य जाये.
एक बार में ढेर सारा खाना न खाए.
बाहर खाना खाने जाये तो बेक्ड खाना ही खाए.
आम , केला, खजूर, आलू, शरीफा, लीची आदि ज्यादा कार्बोहायड्रेट वाले फल व सब्जियों से दूर रहे.
हल्का परन्तु नियमित व्यायाम जरुर करे.
खाना खाने से पहले 200 ग्राम हरी सलाद काफी फायदेमंद होती
हर दिन चार से पांच बादाम और दो से तीन अखरोट खाए.
this is shocking but true that corporate employees have much chances of being diabetic then another one
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