इन अहारो से दूर रहेंगे मोतियाबिंद से:
विटामिन ए
विटामिन ए ग्लूकोमा के रिस्क को कम करने में सहायक है. अतः ऐसे आहार लें जो विटामिन ए के अच्छे स्रोत होते हैं.
आपको रेटिनल रिच फूड जैसे मीठे आलू, गाजर, दूध, चीज़, बटर आदि के सेवन से ग्लूकोमा के रिस्क को कम किया जा सकता है. आश्चर्य की बात यह है कि दुग्ध उत्पाद किस हद तक ग्लूकोमा को प्रभावित करता है, यह नहीं जाना गया है लेकिन यह बात तय है कि दुग्ध उत्पाद से कार्डियोवस्कुलर बीमारियां तथा मोटापा आवश्यक रूप से बढ़ता है.
हाई एंटीआक्सीडेंट
हाई एंटीआक्सीडेंट मसल ग्रीन टी, चाकलेट काफी आदि भी ग्लूकोमा से लड़ने में सहायक हैं लेकिन आपको बताते चलें कि काफी आप बिना चीनी के ही लें तभी इसके फायदे नज़र आयेंगे आपको.
हालांकि ग्लूकोमा के मरीजों के लिए यह नुकसादायक हो सकती है अतः काफी कम से कम लें और चाकलेट जो काली और कड़वी हो, वही आपकी आंखों के लिए बेहतर होती है इसीलिए एशिया नही हिं की आप कोई भी चोक्लाते का सेवन कर सकते हैं.
एक स्पैनिश अध्ययन इन तमाम बातों की पुष्टि करता है. यदि आप हाइपरटेंसिव गूलोकोमा के मरीज़ है तो नमक से तौबा करें जितना हो सके नमक कम ही खाए वौसे भी नमक का अति सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसके इतर निचले स्तर का नमक कतई ना लें यह आपके शरीर को तो नुकसान पहुंचाता ही है आपको जीवन के लिए अंधेपन की ओर धकेल सकता हैं.
रंगीन आहार लें
रंगीन आहार का मतलब है कि अपने खानपान में हर रंग के आहार शामिल करें. चाहे लाल हो या फिर हरा आपको अपने खाने में सभी रंग के आहार शामिल करने चाहिए आंखों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है.
मतलब कहने का यह है कि किसी एक रंग के आहार पर आश्रित ना रहे हालांकि हरे पत्तेदार सब्जिय आंखों के लिए अच्छी हैं. खासकर ग्लूकोमा के लिए बावजूद इसके बेहतर है अपने खानपान में गोभी, गाजर, मटर आदि सब शामिल करें इससे आपकी आँखे स्वास्थ्य रहती हैं.
असल में अध्ययन में हरी सब्जियां और मोतियाबिंद का गहरा सम्बंध पाया गया है की हरी सब्जियां ग्लूकोमा की दुश्मन की तरह है तो पालक, मटर आदि खाएं और अपनी आँखों को सुरक्षित रखे.
हाई कैलोरी ना लें
ऐसे आहार से बचें जिसमें हाई कैलोरी होती है. दरअसल हाई कैलोरी का मतलब है शरीर में अतिरिक्त वसा जो की शेअत के लिए हानिकारक होता हैं. आंखों के स्वास्थ्य के लिए अतिरिक्त और खराब वसा काफी नुकसानदेय है,
इसीलिए नारियल का तेल, नट्स, सीड्स, चाकलेट आदि ना लें असल में आप जितना ज्यादा वसा से दूरी बनाए रखेंगे बीमारियां उतनी ही आपसे दूर रहेंगी. यदि आपने ऐसा न किया तो स्वास्थ्य के साथ साथ जीवन भर के लिए आँखों की रौशनी से भी हाथ धो बैठेंगे. विशेषज्ञों की मानें तो कम कम करके तरल पदार्थ का सेवन करना बेहतर होता है.
मछली
आंखों के लिए मछली में पाया जाने वाला ओमेगा 3 पीएफए आवश्यक तत्व है. जो लोग नियमित रूप से मछली खाते हैं, अकसर उन्हें आंखों से सम्बंधित बीमारियां मछली न खाने वालों की तुलना में कम होती हैं.
अकसर विशेषज्ञ आंखों से जुड़ी परेशानियों से पार पाने के लिए मछली खाने की सलाह देते हैं. अतः आपको यदि मोतियाबिंद या इसके होने के लक्षण का पता चल रहा हो तो मछली को अपनी डाइट चार्ट में अवश्य शामिल करें और अपनी आँखों को सुरक्षित रखे.
If you want to less the risk of glaucoma then eat these food products and lower the risk of glaucoma
web-title: Eat these things and stay away from glaucoma
keywords: glaucoma, super, foods, tips