कैंसर ऐसी खतरनाक बिमारी हैं जो आजकल ज़्यादातर लोगो को अपने चपेट में ले रही हैं, कैंसर के कई सारे प्रकार होते हैं जिसमे से एक ब्रेस्ट कैंसर होता हैं, कैंसर के सबसे अधिक होने वाले प्रकार में से एक है ब्रेस्ट कैंसर. केवल इंगलैंड और आयरलैंड की बात की जाये तो एक साल में 50 हजार से अधिक ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते हैं, और यही हालात बहुत जल्दी भारत में भी होने वाले हैं, भारत में भी इसके मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं, जिसके कारण कई महिलाओ की मौते हो रहे हैं जिसका मुख्य कारण हैं लोगो में जानकारी की कमी.
यहाँ हम आपको बताएंगे की कौन से हैं वो कारक जिसके कारण महिलाओ में होती हैं यह बिमारियां सामान्यतया ब्रेस्ट कैंसर के लिए जिम्मेदार कई कारक हैं, जैसे उम्र, आनुवांशिक, मोटापा, धूम्रपान, शराब आदि. लेकिन एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि ब्रेस्ट कैंसर के लिए गम डिजीजेज यानी मुंह की बीमारियां भी जिम्मेदार हैं जी हां आप यह बात सुनकर हैरान होंगे लेकिन यह सच हैं, आईये इस बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं मुंह की बीमारियों और ब्रेस्ट कैंसर के बीच क्या संबंध है.
रिपोर्ट के अनुसार:
एक शोध की मानें तो महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट कैंसर के लिए जिम्मेदार कारकों में से एक कारक हैं मुंह की बीमारियां भी हैं. यह संभावना धूम्रपान करने वाली महिलाओं में और अधिक बढ़ जाती है. इंगलैंड की बुफालो युनिवर्सिटी ने इस पर शोध किया हैं. यह शोध लगभग 73 हजार महिलाओं पर किया गया और उसमें 26 प्रतिशत महिलाओं को मुंह से संबंधित बीमारियां थीं.
इस शोध में शोधकर्ताओं ने यह पाया कि मुंह की बीमारियों से ग्रस्त महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना 14 प्रतिशत अन्य महिलाओ से अधिक है, लेकिन मुंह की बीमारियों के साथ जो महिलायें धूम्रपान करती हैं उनमें यह संभावना 32 प्रतिशत तक अधिक रहती है. जो की बहुत ज़्यादा हैं दरअसल, मुंह के लिए जिम्मेमदार कीटाणु रक्त के जरिये शरीर में प्रवेश करते हैं और ये स्तन के ऊतकों को प्रभावित करते हैं. जिसके कारण यह कैंसर की संभावनाओ को बढ़ाता हैं.
यह हैं मुह की बिमारियां जो बढ़ाती हैं स्तन कैंसर का खतरा:
मुंह से खून निकलना
दांतों में सड़न होना.
मुंह की बदबू
और ऐसे ही मुह की जुडी अन्य बीमारियों से संबंधित होता हैं, सामान्यता जब लोग दांतों की सड़न या मुंह की बदबू से परेशान हो जाते हैं तो टूथपेस्ट बदलने के साथ-साथ माउथफ्रेशनर और दूसरे अनहेल्दी मॉउथवॉश का प्रयोग करने लगते हैं.
मॉउथवॉश में मौजूद केमिकल भी शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं. धूम्रपान करने वाले लोगों में मुंह की बिमारियो के बाद ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. इस प्रकार मुह की बिमारियां स्तन कैंसर के लिए ज़िम्मेदार होती हैं.
क्या होते हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण:
स्तन या बांह के नीचे कई गाठो का होना
ब्रेस्ट से रस जैसे कुछ पदार्थ का निकलना या रिस्ते रहना.
निपल्स का मुड़ जाना, या शेप चेंजेस आ जाना.
स्तन में सूजन आना.
ब्रेस्ट के आकार में बदलाव हो जाना.
स्तन को दबाने पर दर्द ना होना, आदि इसके लक्षण हैं.
इन लक्षणों को देखते ही आपको तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए फिर डॉक्टर टेस्ट के द्वारा इस बात की पुष्टि करते हैं.
इन बातो को ना करें अनदेखी:
बुफालो यूनिवर्सिटी के शोध में यह बात भी सामने आयी कि अगर मुंह की बीमारियों के कारण ब्रेस्ट कैंसर हो गया है तो इसके उपचार की संभावना भी रहती है. इसलिए जब भी आपको मुंह से संबंधित कोई बीमारी हो तो उसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर को दिखाए, मुंह से संबंधित बीमारी की अनदेखी की लापरवाही आपको कैंसर का शिकार बना सकती है. इसीलिए आपको बहुत ज़्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत हैं.
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