गर्भावस्था धारण करना हर महिला का सपना होता हैं ये एक बेहद सुखद एहसास होता हैं. जो हर विवाहित दम्पती का सबसे बड़ा सपना होता हैं. गर्भावस्था धारण करना यूँ तो एक अत्यंत ही आनंदमय और जीवन का सबसे सुखद लम्हा होता है.
लेकिन यह आसान नहीं होता, हर महिला चाहती हैं की उसका बच्चा नार्मल डिलीवरी से हो लेकिन आजकल ज़्यादातर बच्चो को सी सेक्शन यानी आपरेशन के द्वारा ही पैदा करवाया जाता हैं, क्या आपने कभी सोचा हैं की सीज़ेरियन तरीक़े से बच्चे क्यों पैदा किये जाते हैं आईये जानते हैं.
किन परिस्तिथियों में की जाती हैं सीज़ेरियन तरीके से डिलीवरी:
यह है मुख्य कारण सी सेक्शन डिलीवरी होने के:
सन 1960 में 1000 में से 30 बच्चे ऐसे होते थे जो प्रसव के दौरान नली में फिट नहीं पाते थे, लेकिन एक ऑस्ट्रलियन रिसर्च से पता चला हैं की अब ऐसे मामलो की संख्या बढ़ गयी हैं अब 1000 में से 36 मामले ऐसे देखने को मिलते हैं आपरेशन की ज़रूरत तब पड़ती हैं जब माँ के कूल्हों का अकार छोटा हैं तो उनके बच्चो में सही तरह से जीन्स नहीं पहुँच पाते हैं.
पारंपरिक तरीके के कारण माँ की नालो पतली होने के कारण बच्चे और माँ की जान को खतरा होता हैं लेकिन आधुनिक समय में सी सेक्शन द्वारा बड़े सर वाले बच्चे में आसानी से पैदा हो जाते हैं और माँ के जीन्स उनमे पूरी तरह से पहुँच भी जाते हैं.
इसीलिए जब ऐसी कोई परिस्तिथि होती हैं तो डॉक्टर्स माँ के पेट में चीरा लगा कर बच्चे को बहार निकालते हैं इसमें जान जाने का जोखिम भी कम रहता हैं और छोटे कद वाली महिलाओ के लिए आसानी हो जाती इस प्रकार इस तरह की परेशानी को देखते हुए डॉक्टर्स आजकल सी सेक्शन का प्रयोग करते हैं, जिससे बच्चे वा माँ दोनों स्वस्थ्य रहते हैं, और बच्चे में माँ के सारे जीन्स भी पहुँच जाते हैं और इसके साथ ही आपरेशन के बाद माँ को हॉस्पिटल 5 दिन में छुट्टी मिल जाती हैं.
अन्य कारण यह हैं:
यहाँ हम आपको बातएंगे की कौन सी ऐसी परिस्तिथियाँ हो जाती हैं जिसके कारण बच्चे का जन्म सीज़ेरियन तरीक़े से किया जाना आवश्यक हो जाता हैं.
गर्भवती महिला का ब्लड प्रेशर बढ़ने या किसी प्रकार का दौरा पड़ने की स्तिथि में उनका आपरेशन किया जाना अनिवार्य हो जाता हैं.
छोटे कद की महिलाओ के कोल्हे की हड्डी छोटे होने के कारण बच्चा सामान्य तरह से नहीं हो पाता हैं.
सीज़ेरियन तरीक़े से बच्चा इस स्तिथि में भी पैदा किया जाता हैं जब बच्चा माँ के पेट में ही गन्दा पानी छोड़ देता हैं उस स्तिथि में आपरेशन आनिवार्य हो जाता हैं.
कई बार ऐसा होता हैं की दवाओं के कारण बच्चे दानी का मुह नहीं खुल पाता हैं जिसके करणोपराशन करना पड़ता हैं.
बच्चे की धड़कन के कम होने या रुकने के खतरे को महसूस करने पर भी आपरेशन का सहारा लिया जाता हैं , अगर गर्भवती महिला को इस नहसूस हो तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
बच्चे के गले में नली फसने के कारण भी इसी सेक्शन का सहारा लिया जाता हैं और इसके अलावा बच्चे के उल्टा पुल्टा होने के कारण भी ऐसा होता हैं.
खून की कमी या दौरान रुकने के कारण भी आपरेशन किया जाता हैं.
here we are giving you that reasons which are necessary for a mother to birth a child by operation, here are all the reasons.
web-title: in which circumstances cesarean delivery is necessory for a mother
keywords: cesarean, operation, process, causes