भारत प्राचीन काल से ही सांस्कृतिक धरोहर के साथ जड़ी-बूटियों के लिए भी प्रसिद्ध रहा है. यहां विभिन्न औषधीय पौधे पाए जाते हैं इसीलिए यहां विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों जैसे, आयुर्वेद, यूनानी, प्राकृतिक चिकित्सा आदि प्राचीन काल से ही ना केवल चलन में हैं बल्कि विज्ञान और तकनीक के विकास के बाद भी इनकी प्राथमिकता कम नहीं हुई है.
सफेद मूसली भी ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है, जो शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिये काफी मशहूर है. हालांकि इसके गुणों को लेकर कोई वैज्ञानिक साक्ष्य मौजूद नहीं हैं तो चलिये जानें सफेद मूसली के क्या फायदे है.
शीघ्रपतन का उपचार:
सफेद मूसली शीघ्रपतन के देसी इलाज के काफी मशहूर है. कौंच के बीज, सफेद मूसली और अश्वगंधा के बीजों को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर बारीक चूर्ण बनाकर एक चम्मच चूर्ण सुबह और शाम एक कप दूध के साथ लेने से शीघ्रपतन और वीर्य की कमी जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं इसके सेवन से आप शीघ्रपतन की समस्या से निजात पा सकेंगे.
दवाइयां बनाने में:
सालों से विभिन्न दवाइयो के निर्माण में भी सफेद मूसली का उपयोग किया जाता है. मूलतः यह एक ऐसी जडी-बूटी है जिससे किसी भी प्रकार की शारीरिक शिथिलता को दूर करने की क्षमता होती है. यही कारण है की कोई भी आयुर्वेदिक सत्व जैसे च्यवनप्राश आदि इसके बिना संम्पूर्ण नहीं माने जाते हैं इसीलिए यह हमारी सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद हैं.
शिलाजीत की संज्ञा:
यह इतनी पौष्टिक तथा बलवर्धक होती है की इसे शिलाजीत की संज्ञा भी दी जाती है. चीन, उत्तरी अमेरिका में पाये जाने वाले इस पौधे, जिसका वानस्पतिक नाम पेनेक्स जिंन्सेग है का विदेशों में फलेक्स बनाये जाने पर भी काम कर रहे हैं.
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में:
सफेद मूसली पुरुषों को शारीरिक तौर पर पुष्ट बनाने के अलावा वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी मदद करती है. यही नहीं, कई शोध अपने परिणाम बताते हैं कि डायबिटीज के बाद होने वाली नपुंसकता में भी सफेद मुसली सकारात्मक असर करती पाई गई है.
कामोत्तेजना बढ़ाने में:
कामोत्तेजना बढ़ाने में भी मूसली काफी लाभदायक होती है. इसके लिये आपको कौंचबीज चूर्ण, सफेद मूसली, तालमखाना, अश्वगंध चूर्ण को बराबर मात्रा में तैयार कर 10 ग्राम ठंडे दूध के साथ सेवन करना होता है. ये काफी कारगर नुस्खा माना जाता है.
आयुर्वेद में मशहूर:
आयुर्वेद में सफेद मूसली को सौ से अधिक दवाओ के निर्माण में उपयोग के कारण दिव्य औषधि के नाम से जाना जाता है. यह एक सदाबहार शाकीय पौधा है. समशीतोष्ण क्षेत्र में यह प्राकृतिक रूप से पाया जाता है. विश्व बाजार में इसकी बहुत मांग बढी हुई है जो 35000 टन तक प्रतिवर्ष आँकी गई है किन्तु इसकी उपलब्धता 5000 टन प्रतिवर्ष है.
If you are having these sex problems then you should apply the home remedies of musli that will give you full relief
web-title: musli is best for sex problems
keywords: musli, health, benefits, sex problems