अस्थिसऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) हड्डी की एक बीमारी है. जिससे फ़्रैक्चर का ख़तरा बढ़ जाता है. ऑस्टियोपोरोसिस में अस्थि खनिज घनत्व कम हो जाता है, अस्थि सूक्ष्म-संरचना विघटित होती है और हड्डी में असंग्रहित प्रोटीन की राशि और विविधता बदल जाती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस को DXA के स्तर अनुसार अधिकतम अस्थि पिंड (औसत 20 वर्षीय स्वस्थ महिला) से नीचे अस्थि खनिज घनत्व 2.5 मानक विचलन के रूप में परिभाषित किया है.
जीवन-शैली में बदलाव और दवाइयों से ऑस्टियोपोरोसिस से रोका जा सकता है. दवाइयों में कैल्शियम, विटामिन डी, बिसफ़ॉसफ़ोनेट और कई अन्य शामिल हैं. व्यायाम, अपने उपचयी प्रभाव के साथ, ऑस्टियोपोरोसिस को उसी समय रोक सकता है. गिरने से रोकथाम की सलाह में चहलक़दमी वाली मांसपेशियों को तानने के लिए व्यायाम, ऊतक-संवेदी-सुधार अभ्यास; संतुलन चिकित्सा शामिल की जा सकती हैं.
वरिष्ठ ऑथोर्पेडिक सर्जन और इंस्टीट्यूट ऑफ बोन एंड ज्वाइंट (एमजीएस हॉस्पिटल), नई दिल्ली के निदेशक डॉ. अश्विनी माइचंद ने बताया कि “हर व्यक्ति को अपने खाने में कैल्शियम, प्रोटीन और सूक्ष्म पोषक तत्वों सहित सही खुराक लेनी चाहिए. इस आदत को स्कूल उम्र से ही शुरू कर देना चाहिए ताकि शिक्षक यह सुनिश्चित कर सकें कि हर बच्चा दिन भर में उचित पोषक तत्व ले रहा है. महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों में अधिकतर समय नुकसान पहले से ही हो चुका होता है, इसलिए उन्हें कैल्शियम, बाईफास्फोनेट और पैराथाइरॉयड होर्मोन के रूप में मिनिस्कल सहारे की ज़रूरत होती है. हालांकि समग्र स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना और धूप के संपर्क में रहना हर किसी के लिए अनिवार्य है.”
ऑस्टियोपोरोसिस के कारण दुनिया भर में हर साल 89 लाख से ज़्यादा फ्रैक्चर होते हैं. इस तरह हर तीन सेकेंड में एक ऑस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर होता है. अनुमान लगाया गया है कि ऑस्टियोपोरोसिस दुनिया भर में 20 करोड़ महिलाओं को अपना शिकार बनाया है, जिनमें लगभग 10 में से एक महिला की उम्र 60 साल, पांच में से एक महिला की उम्र 70 साल, पांच में से दो महिला की उम्र 80 साल और दो तिहाई महिलाएं 90 साल की होती हैं.
ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण
आकाश हेल्थकेयर के प्रबंधक निदेशक और प्रतिष्ठित अस्थि शल्य-चिकित्सक डॉ. आशीष चौधरी ने कहा कि “इस रोग के सामान्य लक्षणों में पीठ दर्द, बोना कद और कूबड़ निकलना होता है. इस विकार को रोकने के लिए, नियमित अस्थि घनत्व चेकअप कराना ज़रूरी है. इसकी जांच में डेंसिटोमीटर मशीन सहायक है. अल्प घनत्व का मतलब है कि जटिल फ्रैक्चर की अत्यधिक संभावना.”
डॉ. चौधरी ने कहना है कि, “ऑस्टियोपोरोटिक मरीज की हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती है कि मरीज आसानी से गिर जाते हैं. ऐसी घटनाओं में, कुल्हे व कलाई की हड्डियों की टूटने की ज़्यादा संभावना रहती है. पांच लाख ऑस्टियोपोरोटिक मरीजों पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि इनमें से दो लाख लोग कूल्हे की हड्डी फ्रैक्चर होने से पीड़ित हैं और तीन लाख मरीज कलाई की हड्डी फ्रैक्चर होने से पीड़ित हैं. इन आंकड़ों से यह पता चलता है कि लोगों की हड्डियों पर ऑस्टियोरोपोरोसिस का कितना असर है.”
Web-Title: what is osteoporosis and its symptoms.
Keywords: osteoporosis disease, causes, symptoms.